BIG NEWS : रोशनी जमीन घोटाले में कई बड़े राजनेताओं के नाम का खुलासा, पीडीपी नेता और पूर्व वित्त मंत्री हसीब द्राबू का नाम भी शामिल
◆ कांग्रेस के बड़े नेता केके अमला और मुख्य सचिव रैंक के अधिकारी मो. शफी पंडित के नाम भी शामिल
◆ 25 हजार करोड़ रुपये के इस घोटाले की जांच कर रही है सीबीआई
टोनी पाधा
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के रोशनी जमीन घोटाले में कई बड़े राजनेताओं और नौकरशाहों के नाम का खुलासा हुआ है। 25 हजार करोड़ रुपये के इस घोटाले की सीबीआई जांच कर रही है। जिन राजनेताओं के नाम इस घोटाले में सामने आये हैं, उनमें पीडीपी नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व वित्त मंत्री हसीब द्राबू और केके अमला और मोहम्मद शफी पंडित का नाम शामिल है। केके अमला कांग्रेस के बड़े नेता हैं और श्रीनगर में उनके होटल भी हैं। वहीं मो. शफी पंडित मुख्य सचिव रैंक के ऑफिसर रह चुके हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक इन्होंने भी अपने और अपने परिवारों के नाम पर काफी जमीन आवंटित कराई है। इसके अलावा हसीब द्राबू के रिश्तेदार शहजादा बानो, एजाज हुसैन और इफ्तिकार दरबो के नाम भी सामने आये हैं। कांग्रेस नेता केके अमला की रिश्तेदार रचना अमला, वीणा अमला और फकीर चंद अमला के नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। इसके अलावा मुस्ताक अहमद चाया, मोहम्मद सफी पंडिट, मिस निघत पंडित, सैयद मुजफ्फर आगा, सैयद अखनून, एमवाई खान, अब्दुल मजीन वाणी, असलम गोनी, हरून चौधरी, सुज्जैद किचलू, तनवीर किचलू समेत कई अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।
गौरतलब है कि रोशनी एक्ट 1999 के पहले जो सरकारी जमीन थी उसे गरीब तपके के लोगों को विधिपूर्वक जमीन उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया था। नवंबर 2001 में इसे राज्य विधानमंडल द्वारा अधिनियमित किया गया और मार्च 2002 में लागू किया गया था। इसके तहत राज्य में जल विद्युत उत्पादन के लिए धन जुटाने की परिकल्पना की गई थी, जिसमें राज्य की भूमि को निजी स्वामित्व में स्थानांतरित करके 25,000 करोड़ रुपये एकत्र करने की योजना थी। सीएजी की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 25,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले, केवल 76 करोड़ रुपये ही निजी स्वामित्व में भूमि के हस्तांतरण से प्राप्त हुये थे। इस घोटाले में कई बिजनेसमैन, अफसरशाहों और मंत्रियों के नाम भी सामने आये हैं।
बता दें हाईकोर्ट ने जांच के निर्देश मिलने पर सीबीआई ने सरकारी भूमि के बड़े हिस्से को हड़पने के संबंध में अब तक तीन अलग-अलग मामले दर्ज किये हैं। हाईकोर्ट ने अभी हाल ही में रोशनी अधिनियम को असंवैधानिक और अनिश्चित करार देते हुये जांच के आदेश दिये थे।
Similar Post You May Like
-
एक लाख अभिभावकों में खुशहाल जीवनशैली मेरा उद्देश्य...
मुंबई : कोलकाता में जन्मी रिद्धि देवराह कैंब्रिज विश्वविद्यालय, ब्रिटेन से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्...
-
BIGNEWS : “जस्टिस डिलेड बट डिलिवर्ड” फिल्म के निर्...
सिद्धार्थ सौरभ मुंबई :गोवा में 51 वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) का आगाज बीते 16 जनवरी क...
-
BIG NEWS : आतंकी ठिकाना नष्ट, भारी मात्रा में गोला...
टोनी पाधा श्रीनगर :गणतंत्र दिवस के ठीक पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की दो बड़ी स...