BIG NEWS : आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान, इमरान खान ने फिर लिया 416 हजार करोड़ रुपये का कर्ज
सिद्धार्थ सौरभ
नई दिल्ली : कंगाली की दहलीज पर खड़े पाकिस्तान ने अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए फिर से 1.2 बिलियन डॉलर (87,56,58,00,000 रुपये) का नया कर्ज लिया है। कर्ज की इस नई राशि के साथ चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में पाकिस्तान अब तक 5.7 अरब डॉलर (4,16,01,73,50,000 रुपये) की नई उधारी ले चुका है। पाकिस्तान में हालात यहां तक पहुंच गये हैं कि सरकारी र्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए भी इमरान खान सरकार को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वहीं पाकिस्तान को कर्ज देने वाले देश सऊदी अरब और यूएई अपने कई बिलियन डॉलर के कर्ज को वापस मांग रहे हैं। इतना ही नहीं अभी हाल ही में पाकिस्तान को उसके ही दोस्त मलेशिया ने झटका दिया है। मलेशिया सरकार ने पाकिस्तानी इंटरनेशनल फ्लाइट बोइंग 777 को उधार ना चुकाने की वजह से मलेशिया के क्वालालंपुर एयरपोर्ट पर ना सिर्फ जब्त कर लिया है, बल्कि फ्लाइट से पायलट और यात्रियों को भी उतार दिया था।
पाकिस्तान के आर्थिक मामलों के मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के जुलाई-दिसंबर के दौरान इमरान खान सरकार को कई वित्तपोषण स्रोतों से बाहरी कर्जों के रूप में 5.7 बिलियन डॉलर की राशि मिली है। दिसंबर में पाकिस्तान सरकार ने विदेशों से 1.2 बिलियन डॉलर रुपये लिये थे। जिसमें वाणिज्यिक बैंकों से महंगे ब्याज पर ली गई 434 मिलियन डॉलर की राशि भी शामिल है। जी-20 देशों से कर्ज राहत के तहत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक के प्रारूप के मुताबिक पूर्व की मंजूरी के अलावा ऊंची दरों पर वाणिज्यिक कर्ज नहीं ले सकता है। इस कारण चीन ही नहीं, पाकिस्तान के कई पसंदीदा देश भी निवेश करने या कर्ज देने से घबरा रहे हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अनुरोध किया है कि कोरोना वायरस महामारी के खत्म होने तक कम आय वाले और सर्वाधिक प्रभावित देशों के लिए ऋण अदायगी को निलंबित कर दिया जाये, ताकि उन्हें कर्ज में कुछ राहत मिल सके।
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