BIG NEWS : शपथ लेते ही एक्शन में आए राष्ट्रपति, जलवायु परिवर्तन समझौते में फिर लेंगे हिस्सा
नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठते ही जो बाइडेन ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति बनते ही जो बाइडेन ने ताबड़तोड़ डोनाल्ड ट्रंप के मुस्लिम ट्रैवल बैन से लेकर क्लाइमेट चेंज समझौते वाले फैसले को पलटकर रख दिया। बाइडेन ने कई आदेशों पर दस्तखत करने के साथ ही एक और ऐसा फैसला लिया है, जिससे अमेरिका में कानूनी दर्जे के बिना रह रहे करीब 1 करोड़ 10 लाख लोगों के लिए नागरिकता का मार्ग प्रशस्त हो गया है। राष्ट्रपति बाइडन देश के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रवासियों पर लगाए गए कड़े प्रतिबंधों को पलटने के लिए नागरिकता संबंधी विधेयक पेश करने की योजना बना रहे हैं।
जो बाइडेन ने अमेरिका में कानूनी दर्जे के बिना रह रहे करीब 1 करोड़ 10 लाख लोगों के लिए नागरिकता का मार्ग तैयार करने को लेकर कदम बढ़ाया है, इससे भारत के करीब 5 लाख लोगों को फायदा होगा। बाइडेन ने जल्द ही कांग्रेस में एक आव्रजन सुधार कानून पारित कराएंगे, जिसके तहत 5 लाख से अधिक भारतीयों समेत लगभग एक करोड़ 10 लाख ऐसे अप्रवासियों को अमेरिका की नागरिकता प्रदान करने का रोडमैप तैयार किया जाएगा, जिनके पास दस्तावेज नहीं हैं।
जलवायु परिवर्तन समझौते में शामिल होगा अमेरिका
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौता और विश्व स्वास्थ्य संगठन में अमेरिका के फिर से शामिल होने के कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिया है। बाइडेन ने कहा, “मैंने जो प्रतिबद्धताएं व्यक्त की हैं, उसके अनुसार मैं पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौता में शामिल होने जा रहे हैं।
बता दें कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौता और WHO से अलग कर लिया था। बाइडेन ने अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार के निर्माण को स्थगित करने के कार्यकारी आदेश पर भी हस्ताक्षर कर दिया।
राष्ट्रपति बनते ही बाइडेन के 6 बड़े फैसले
1. सबसे पहले बाइडेन ने कोरोनावायरस को लेकर ऑर्डर साइन किया। इसके तहत मास्क को फेडरल प्रॉपर्टी घोषित किया गया है, यानी हर व्यक्ति को महामारी के दौरान मास्क लगाना जरूरी होगा। अगर आप सरकारी बिल्डिंग में हैं, या कोरोना हेल्थवर्कर हैं तो सोशल डिस्टेंसिंग रखना जरूरी होगा। ट्रम्प ने मास्क लेकर कोई सख्ती नहीं की थी।
2. 7 मुस्लिम देशों- इराक, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन पर लगा ट्रैवल बैन हटा दिया। ट्रम्प ने 2017 में यह बैन अपने कार्यकाल के पहले हफ्ते लगाया था। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी गया था, जिसे 2018 में कोर्ट ने बरकरार रखा था।
3. अब अमेरिका फिर से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का सदस्य होगा। बाइडेन ने पिछले साल जुलाई में कहा था कि अगर अमेरिका ग्लोबल हेल्थ को मजबूत करेगा तो वह खुद भी सुरक्षित रहेगा। राष्ट्रपति बनने के पहले दिन ही अमेरिका की WHO में वापसी कराऊंगा। ट्रम्प ने पिछले साल अमेरिका को WHO से हटाने का फैसला किया था।
4. अमेरिका अब पेरिस समझौते में भी दोबारा शामिल होगा। ट्रम्प ने 2019 में इस समझौते से बाहर जाने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि भारत, चीन और रूस धड़ल्ले से प्रदूषण को बढ़ा रहे हैं। वहीं, अमेरिका इस मामले में बेहतर काम कर रहा है। उन्होंने कहा था कि इस समझौते से बाहर होने के बाद अमेरिका 70 सालों में पहली बार तेल और प्राकृतिक गैस का नंबर एक उत्पादक बन गया है।
5. बाइडेन ने मैक्सिको बॉर्डर की फंडिंग पर भी रोक लगा दी है। ट्रम्प ने मैक्सिको से आने वाले प्रवासियों को देखते हुए दीवार बनाए जाने को नेशनल इमरजेंसी बताया था।
6. अमेरिका ने कनाडा के साथ विवादित कीस्टोन XL पाइपलाइन समझौते पर फिलहाल रोक लगा दी है। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बाइडेन के फैसले पर निराशा जताई है। ट्रम्प ने 2019 में कनाडा के साथ 1900 किमी लंबी तेल पाइपलाइन बनाने का करार किया था। बराक ओबामा प्रशासन ने भी पर्यावरण समूहों के विरोध को देखते हुए इस पाइपलाइन के निर्माण पर बैन लगा दिया था। पर्यावरण समूहों का आरोप था कि पाइपलाइन के चलते क्रूड ऑयल निकालने के चलते कारण ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन 17% ज्यादा होगा।
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