BIG NEWS : शेहला रशीद का दावा, “मेरे पिता ने नहीं की मेरी परवरिश, वो मेरे बारे में कुछ नहीं जानते”
टोनी पाधा
श्रीनगर : जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की पूर्व उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट की नेता शेहला रशीद के खिलाफ उनके ही पिता अब्दुल रशीद शोरा ने जो आरोप लगाए हैं वो अब सियासी रंग ले रहा है। जहां एक तरफ कई नेता, बॉलीवुड सितारे इस मामले को लेकर गंभीर हैं और इस मामले को देश की सुरक्षा के साथ जोड़ रहे हैं। वहीं कई बॉलीवुड सितारे शेहला रशीद के समर्थन में सामने भी आये हैं। लेकिन इन सबके साथ ही पिता-बेटी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। एक तरफ जहां शेहला रशीद ने इस पूरे मामले को घरेलू हिंसा बताते हुये कहा कि मेरे पिता ने मेरी परवरिश नहीं की है, वो मेरे बारे में कुछ नहीं जानते हैं। तो वहीं उनके पिता अब्दुल रशीद ने कहा कि शेहला से पूछो कि पढ़ाई के बाद उसे जम्मू-कश्मीर से बाहर लेकर कौन गया था। उसे चंडीगढ़ काउंसलिंग के लिए कौन लेकर गय़ा था। आज वो कह रही है कि मुझे उसके बारे में कुछ नहीं पता है।
शेहला रशीद ने बुधवार को ट्वीट करके लिखा कि मेरी और मेरी बहन की परवरिश मेरी मां ने ही की है। मेरे पिता कभी इमोशनली या फाइनेंसली मेरे साथ नहीं थे। उन्हें ये भी नहीं पता कि हम किस क्लास में पढ़ रहे हैं। अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि शेहला 2017 में समाजशास्त्र से पीएचडी कर रही थी। इससे अधिक जानकारी तो उन्हें गूगल पर मिल जाती। मेरे पिता ने कहा कि मैं 3 एनजीओ चलाती हूं। ये बताता है कि वो मेरे बारे में कितना जानते हैं। जो भी लोग मुझे जानते हैं, उन्हें ये पता होगा कि मैं किसी एनजीओ से नहीं जुड़ी हूं। अगले ट्वीट में शेहला ने कहा कि मेरे पिता मेरे खातों की जांच की बात कह रहे हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि मेरा खाता नंबर है क्या? उनके खाते से मेरे खाते में आज तक कोई भी लेनदेन नहीं हुआ है। वो कह रहे हैं कि साल 2017 में वो मुझसे मिले थे। 2017 में मुझे चिकनपॉक्स हुआ था। उस दौरान मेरे बहन ने उनसे कहा कि वो मुझे आकर देख लें। लेकिन उसने मुझे देखने से साफ मना कर दिया। इस घटना के बाद मैं और मेरी बहन ने उनसे पूरी तरह से बात करना बंद कर दिया था।
इस बार शेहला ने अपने पिता पर आरोप लगाते हुये कहा कि सच्चाई ये है कि उन्होंने मेरी मां को आर्थिक रूप से परेशान किया और शारीरिक और मौखिक रूप से भी उन्हें बहुत तंग किया। मेरी मां ने 32 साल सरकार की नौकरी की और हम सभी की परवरिश भी की। मेरी मां ही मेरी मां-बाप हैं, उन्होंने हमेशा निस्वार्थ रूप से हमें प्यार किया है। वो हमेशा से मेरे पिता को सिर्फ इसलिए सहती रहीं कि हम सिर्फ अपने पिता को देखते रहें।
गौरतलब है कि बीते सोमवार को जम्मू में शेहला के पिता ने डीजीपी दिलबाग सिंह के नाम पर एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने अपने घर में राष्ट्र विरोधी गतिवधियां चलने की बात कही थी। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया था कि उन्हें उनकी बेटी द्वारा ही मौत की धमकी दी जा रही है। उन्होंने दावा किया है कि शेहला ने कश्मीर केंद्रित राजनीति में शामिल होने के लिए ‘कुख्यात लोगों’ से 3 करोड़ रुपये नकद लिए हैं। उन्होंने माँग की है कि फिरोज पीरजादा, जहूर वटाली (एनआईए द्वारा गिरफ्तार) और इंजीनियर रशीद के बीच हुये रहस्यमय वित्तीय लेनदेन और शेहला के बैंक खातों की भी जांच होनी चाहिए। हालांकि पिता-बेटी के बीच जारी इस आरोप-प्रत्यारोप के दौर में यह कहना मुश्किल है कि सच कौन बोल रहा है।
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