BIG NEWS : शेहला रशीद पर पिता ने लगाये गंभीर आरोप- कहा- एंटी नेशनल एक्टिविटिज़ में शामिल है शेहला
◆ बेटी से सुरक्षा के लिए डीजीपी को लिखा पत्र
टोनी पाधा
श्रीनगर : जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) की पूर्व उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट की नेता शेहला रशीद के खिलाफ उनके ही पिता अब्दुल रशीद शोरा ने शिकायत दर्ज कराई है। शेहला रशीद के पिता अब्दुल रशीद शोरा ने डीजीपी दिलबाग सिंह को पत्र लिखकर कहा कि उनके घर में राष्ट्र विरोधी गतिवधियां चल रही हैं और शेहला ‘कुख्यात गतिविधियों’ में शामिल है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि उन्हें उनकी बेटी द्वारा ही उन्हें मौत की धमकी दी जा रही है।
डीजीपी को लिखे पत्र में अब्दुल रशीद शोरा ने दावा किया कि शेहला ने कश्मीर केंद्रित राजनीति में शामिल होने के लिए ‘कुख्यात लोगों’ से 3 करोड़ रुपये नकद लिए हैं। उन्होंने माँग की है कि फिरोज पीरजादा, जहूर वटाली (एनआईए द्वारा गिरफ्तार) और रशीद इंजीनियर के बीच हुये रहस्यमय वित्तीय लेनदेन और शेहला के बैंक खातों की भी जांच होनी चाहिए।
अब्दुल रशीद शोरा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि शेहला रशीद 2017 में ही कश्मीर पॉलिटिक्स में कूद गई थी। उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह सरप्राइज एलिमेंट था। उन्होंने कहा कि उससे पहले ये नेशनल मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स में थी। अब्दुल ऱशीद ने कहा कि शेहला सीपीआई पार्टी की रजिस्टर्ड मेंबर थी। उन्होंने कहा कि मुझे बाद में पता चला कि पार्टी ने मेरठ से उसकी सीट भी फिक्स कर दी थी। उन्होंने कहा कि एक दिन शेहला ने कहा कि मेरठ का एक लड़का शादी करना चाहता हैं, मुझे मेरठ बुलाया भी गया था। लेकिन मैंने मना कर दिया था। लेकिन उसके बाद ये अचानक दिल्ली छोड़कर आ गई और कश्मीर पॉलिटिक्स में कूद गई। टेरर फंडिग और अवैध रास्तों से आने वाले रुपयों पर अब्दुल रशीद ने कहा कि भारतीय लोग इन्हें क्यों पैसा देंगे, भारत को तोड़ने के लिए वो क्यों पैसा देंगे। उन्होंने कहा कि ये सब पैसे बाहर से आते हैं। उन्होंने यूएस का जिक्र करते हुये कहा कि जब शाह फैसल दो साल के लिए एजुकेशन लीव पर गये थे, उस वक्त से ही ये सिलसिला शुरू हो गया था। जेएनयू में देश विरोधी नारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसे नारे नहीं लगाने चाहिए, लेकिन ये सारा खेल फंडिंग का है। उन्होंने यह भी कहा कि जहूर अहमद शाह वटाली और फिरोज पीरजादा ने उन्हें तीन करोड़ की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने यह कहते हुये मना कर दिया था कि जब शेहला आएंगी तब इस बारे में बात होगा। उन्होंने फंडिग को लेकर कहा कि शेहला एनजीओ भी चलाती है, उसकी भी जांच होनी चाहिए। जब जांच होगा तब पता चलेगा कि कहां से फंडिग आती है। अब्दुल ऱशीद ने कहा कि तीन सालों से मैं शेहला को समझा रहा हूं। मैं उससे कई बार कहा कि यहां से वापस अपनी जगह जाओ। जम्मू आने के सवाल पर शेहला के पिता ने कहा कि इस बार मुझे मेरी बेटी ने जान से मारने की धमकी दी है, इसलिए मैं भागा-भागा जम्मू आया हूं।