BIG NEWS : बिहार में हो हंगामा के बीच NDA के विजय सिन्हा बने स्पीकर
◆ भाजपा को पहली बार स्पीकर की कुर्सी मिली
पटना : बिहार विधानसभा स्पीकर के चुनाव में एनडीए की जीत हुई है। सदन में हंगामे के बीच बुधवार को स्पीकर पद का चुनाव हुआ और एनडीए के उम्मीदवार विजय सिन्हा नए विधानसभा अध्यक्ष चुने गए। इस दौरान महागठबंधन के विधायकों की ओर से चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए गए और गुप्त मतदान की अपील की गई। हालांकि, उनकी अपील को ठुकरा दिया गया।
चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार को 126 और महागठबंधन को 114 वोट मिले हैं। महागठबंधन की ओर से राजद के अवध बिहारी चौधरी मैदान में थे। नतीजों के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने स्पीकर को उनकी कुर्सी तक पहुंचाया और बधाई दी। बिहार में ऐसा पांच दशक के बाद हुआ है, जब स्पीकर पद के लिए चुनाव हुआ हो।
आखिरी वक्त पर जदयू का व्हिप
भाजपा एक दिन पहले ही विधायकों को हाजिर रहने का व्हिप जारी कर चुकी थी, जबकि जदयू ने व्हिप जारी नहीं करने का फैसला किया था। उसने इसकी घोषणा भी की थी, लेकिन आखिरी वक्त पर उसने सेफ साइड में व्हिप जारी कर दिया। अगर जदयू के विधायक नहीं आते और भाजपा का उम्मीदवार हार जाता, तो यह कहा जाता कि नीतीश ने लोजपा-भाजपा के रिश्तों के विरोध में ऐसा किया। माना जा रहा है कि ऐसे आरोपों से बचने के लिए ही जदयू ने व्हिप जारी करने का फैसला किया।
वोटिंग से पहले जमकर हंगामा
स्पीकर के चुनाव से पहले विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी विधायक वेल में आ गए और सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी का विरोध करने लगे। दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। पूर्व सीएम जीतनराम मांझी को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था। वे वॉइस वोट से स्पीकर का चुनाव कराना चाहते थे, लेकिन विपक्ष राजी नहीं था। विपक्ष इस बात पर भी अड़ा था कि जब सीएम नीतीश कुमार और दो मंत्री अशोक चौधरी और मुकेश सहनी नई विधानसभा के सदस्य नहीं हैं तो उन्हें मतदान प्रक्रिया के दौरान सदन से बाहर किया जाए और सीक्रेट बैलेट से वोटिंग कराई जाए।
विपक्ष वेल तक आया, सीएम को बाहर जाना पड़ा
विपक्ष के सदस्य वेल में बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। जब विपक्ष का बवाल नहीं थमा तो प्रोटेम स्पीकर मांझी ने विधान परिषद के सदस्य नीतीश कुमार और दोनों मंत्रियों चौधरी और सहनी को बाहर जाने को कहा। दोपहर 12 बजे करीब 5 मिनट के लिए सदन स्थगित करा दिया।
NDA के पक्ष में 126 वोट और विरोध में 114 वोट पड़े
इसके बाद सदन जब दोबारा बैठा, तब भी विपक्ष ने सीक्रेट वोटिंग की मांग जारी रखी। प्रोटेम स्पीकर ने सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों को बारी-बारी से खड़ा कर वोटों की गिनती कराई। इसके बाद दोपहर करीब पौने एक बजे प्रोटेम स्पीकर ने NDA प्रत्याशी सिन्हा को स्पीकर घोषित कर दिया। सिन्हा के पक्ष में 126 वोट और विरोध में 114 वोट पड़े। हंगामे के बीच नए अध्यक्ष को तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार ने आसन पर बैठाया। मांझी ने प्रोटेम स्पीकर होने की वजह से वोट नहीं दिया, जबकि बसपा के दो विधायक गैर-हाजिर रहे।
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